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रेलवे Group D CBT 1 और CBT 2 के बीच क्या अंतर है? पूरी जानकारी

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की Group D परीक्षा भारत में होने वाली सबसे बड़ी भर्ती परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं ताकि उन्हें भारतीय रेलवे में नौकरी मिल सके। Group D परीक्षा के चयन प्रोसेस में कई चरण शामिल होते हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं CBT 1 (Computer Based Test 1) और CBT 2 (Computer Based Test 2)

बहुत से उम्मीदवारों को यह समझने में दिक्कत होती है कि आखिर CBT 1 और CBT 2 में क्या फर्क है, दोनों के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न में क्या बदलाव हैं, और इनमें सफल होने के लिए कैसी तैयारी करनी चाहिए।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे:

  • रेलवे Group D परीक्षा का सिलेक्शन प्रोसेस

  • CBT 1 क्या है?

  • CBT 2 क्या है?

  • CBT 1 और CBT 2 के बीच मुख्य अंतर

  • दोनों परीक्षाओं का सिलेबस और पैटर्न

  • तैयारी के लिए एक्सपर्ट टिप्स

  • मॉक टेस्ट का महत्व

आइए शुरू करते हैं—


1. रेलवे Group D चयन प्रक्रिया (Selection Process)

RRB Group D भर्ती में चयन प्रक्रिया के चरण इस प्रकार होते हैं:

  1. CBT 1 (Computer Based Test – 1st Stage)

  2. CBT 2 (Computer Based Test – 2nd Stage)

  3. PET (Physical Efficiency Test) – शारीरिक दक्षता परीक्षा

  4. Document Verification (DV) – दस्तावेज़ सत्यापन

  5. Medical Test – चिकित्सीय जांच

👉 यानी CBT 1 और CBT 2 दोनों लिखित परीक्षाएँ हैं, जिनके आधार पर आगे की चयन प्रक्रिया तय होती है।


2. रेलवे Group D CBT 1 क्या है?

📌 उद्देश्य:

CBT 1 एक प्रारंभिक परीक्षा (Screening Test) है। इसका मुख्य उद्देश्य उम्मीदवारों को छाँटना होता है ताकि अगले चरण में केवल योग्य उम्मीदवार ही पहुँचें।

📌 परीक्षा पैटर्न (CBT 1):

  • कुल प्रश्न: 100

  • कुल अंक: 100

  • समय: 90 मिनट

  • नेगेटिव मार्किंग: प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक कटेंगे।

विषयवार प्रश्न वितरण:

  • गणित (Mathematics): 25 प्रश्न

  • सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्कशक्ति (Reasoning): 30 प्रश्न

  • सामान्य विज्ञान (General Science): 25 प्रश्न

  • सामान्य जागरूकता और करंट अफेयर्स: 20 प्रश्न

👉 CBT 1 को क्वालीफाइंग माना जाता है, यानी इसमें सफलता पाकर आप CBT 2 में पहुँच सकते हैं।


3. रेलवे Group D CBT 2 क्या है?

📌 उद्देश्य:

CBT 2 मुख्य परीक्षा होती है। यह उम्मीदवार की गहराई से जानकारी, सटीकता और विषय पर पकड़ को परखने के लिए होती है। इसका स्कोर मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाता है।

📌 परीक्षा पैटर्न (CBT 2):

  • कुल प्रश्न: 120

  • कुल अंक: 120

  • समय: 90 मिनट

  • नेगेटिव मार्किंग: प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक कटेंगे।

विषयवार प्रश्न वितरण (अनुमानित):

  • गणित (Mathematics): 30 प्रश्न

  • सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्कशक्ति (Reasoning): 35 प्रश्न

  • सामान्य विज्ञान (General Science): 30 प्रश्न

  • सामान्य जागरूकता और करंट अफेयर्स: 25 प्रश्न

👉 CBT 2 का स्कोर ही आपकी फाइनल मेरिट लिस्ट तय करता है।


4. CBT 1 और CBT 2 के बीच मुख्य अंतर

विशेषता CBT 1 CBT 2
उद्देश्य प्रारंभिक परीक्षा (Screening) मुख्य परीक्षा (Final Merit)
प्रश्नों की संख्या 100 120
कुल अंक 100 120
समय 90 मिनट 90 मिनट
कठिनाई स्तर आसान से मध्यम मध्यम से कठिन
महत्व क्वालीफाइंग फाइनल मेरिट में शामिल
विषय गणित, रीजनिंग, साइंस, GK वही विषय लेकिन गहराई से

👉 सरल भाषा में कहें तो CBT 1 पहली सीढ़ी है और CBT 2 सफलता की चाबी


5. CBT 1 और CBT 2 का सिलेबस

✅ गणित (Mathematics)

  • CBT 1: प्रतिशत, अनुपात-सम्बंध, औसत, समय और दूरी, लाभ-हानि, साधारण/चक्रवृद्धि ब्याज

  • CBT 2: इसके अलावा कठिन टॉपिक्स जैसे पाइप एंड सिस्टर्न, समय और कार्य, ट्रिगोनोमेट्री के बेसिक प्रश्न, ज्योमेट्री

✅ रीजनिंग (Reasoning)

  • CBT 1: Coding-Decoding, Series, Blood Relation, Direction Test, Analogies

  • CBT 2: पजल्स, लॉजिकल रीजनिंग, स्टेटमेंट-आधारित प्रश्न, कठिन पैटर्न वाली सीरीज

✅ सामान्य विज्ञान (General Science)

  • CBT 1: 9th–10th NCERT लेवल के बेसिक प्रश्न

  • CBT 2: कॉन्सेप्ट आधारित प्रश्न, विशेष रूप से फिजिक्स और बायोलॉजी पर गहराई से

✅ सामान्य जागरूकता और करंट अफेयर्स

  • CBT 1: वर्तमान घटनाएँ, खेल, पुरस्कार, सरकारी योजनाएँ

  • CBT 2: राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ, रेलवे से जुड़ी जानकारी, विज्ञान-तकनीक और अर्थव्यवस्था


6. CBT 1 और CBT 2 के लिए तैयारी रणनीति

CBT 1 तैयारी टिप्स

  1. बेसिक कंसेप्ट्स पर ध्यान दें।

  2. रोज़ कम से कम 1 मॉक टेस्ट दें।

  3. समय प्रबंधन का अभ्यास करें।

  4. आसान प्रश्नों को पहले हल करें।

CBT 2 तैयारी टिप्स

  1. कठिन और कॉन्सेप्ट आधारित प्रश्नों की प्रैक्टिस करें।

  2. मॉक टेस्ट के साथ डीप एनालिसिस करें।

  3. करेंट अफेयर्स का रोज़ रिवीजन करें।

  4. गणित और रीजनिंग में शॉर्ट ट्रिक्स अपनाएँ।


7. मॉक टेस्ट का महत्व

  • परीक्षा जैसा अनुभव: मॉक टेस्ट देने से वास्तविक परीक्षा का माहौल समझ में आता है।

  • कमज़ोरियों की पहचान: किस विषय में सुधार की ज़रूरत है, यह साफ़ हो जाता है।

  • स्पीड और एक्यूरेसी: लगातार अभ्यास से समय पर प्रश्न हल करने की आदत बनती है।

  • ऑल इंडिया रैंक: eliveclass.com पर मॉक टेस्ट देने से आपको रैंकिंग मिलती है जिससे अपनी स्थिति समझ सकते हैं।


8. eliveclass.com क्यों चुनें?

  • SSC और RRB Group D के लिए हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में मॉक टेस्ट उपलब्ध।

  • नवीनतम परीक्षा पैटर्न और सिलेबस पर आधारित प्रश्न।

  • विस्तृत समाधान और एनालिसिस।

  • मोबाइल फ्रेंडली प्लेटफॉर्म – कभी भी, कहीं भी तैयारी करें।

  • फ्री और पेड दोनों तरह की टेस्ट सीरीज।


निष्कर्ष

रेलवे Group D में सफलता पाने के लिए CBT 1 और CBT 2 दोनों को गंभीरता से लेना ज़रूरी है

  • CBT 1 आपको आगे की परीक्षा में बैठने का मौका देता है।

  • CBT 2 आपकी फाइनल मेरिट तय करता है।

इसलिए केवल पास होने की नहीं बल्कि उच्च रैंक लाने की तैयारी करें।

👉 अगर आप eliveclass.com पर उपलब्ध मॉक टेस्ट सीरीज और तैयारी गाइड का पालन करेंगे, तो निश्चित ही RRB Group D परीक्षा में सफलता आपके कदम चूमेगी।

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